कोई अनजान नहीं होता अपनी बेरूखी और खताओं से

कोई अनजान नहीं होता अपनी बेरूखी और खताओं से

कोई अनजान नहीं होता अपनी बेरूखी और खताओं से...
बस हौसला नहीं होता खुद को कटघरे में लाने का...!!


Koee anajaan nahin hota apanee berookhee aur khataon se...
Bas hausala nahin hota khud ko kataghare mein laane ka...!!