कुदरत के करिश्मे में अगर रात ना होती

कुदरत के करिश्मे में अगर रात ना होती

कुदरत के करिश्मे में अगर रात ना होती

कुदरत के करिश्मे में अगर रात ना होती,
तो खवाबो में यूँ मुलाकात ना होती,
हर रिश्ते की वजह ये दिल ही है,
अगर ये दिल ना होता तो कोई बात ही ना होती!!


Kudarat ke karishme mein agar raat na hotee,
To khavaabo mein yoon mulaakaat na hotee,
Har rishte kee vajah ye dil hee hai,
Agar ye dil na hota to koee baat hee na hotee!!