किस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही है

किस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही है

किस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही है
तड़प कर यह मुझे दर्द दे रही है
दिल से कभी भी मैंने उसे दूर नहीं किया
फिर क्यों बेवफाई का वह इलज़ाम दे रही


Kismat Yah Mera Imtehaan Le Rahi Hai
Tadap Kar Yah Mujhe Dard De Rahi Hai
Dil Se Kabhi Bhi Mainne Use Door Nahi Kiya
Phir Kyon Bewfai Ka Woh Ilazaam De Rahi Hai