किसी टूटे हुए मकान की तरह हो गया है ये दिल

किसी टूटे हुए मकान की तरह हो गया है ये दिल

किसी टूटे हुए मकान की तरह हो गया है ये दिल

किसी टूटे हुए मकान की तरह हो गया है ये दिल,
कोई रहता भी नहीं और कमबख्त बिकता भी नहीं


Kisee toote hue makaan kee tarah ho gaya hai ye dil,
Koee rahata bhee nahin aur kamabakht bikata bhee nahin