किसी का भी इस्टाइल हमारे जैसा नही है आज की तारीख में

किसी का भी इस्टाइल हमारे जैसा नही है आज की तारीख में

किसी का भी इस्टाइल हमारे जैसा नही है आज की तारीख में,
यही वजह है जो लफ्ज़ कम पड़ जाते हैं हमारी तारीफ में।


Kisee ka bhee istail hamaare jaisa nahee hai aaj kee taareekh mein,
Yahee vajah hai jo laphz kam pad jaate hain hamaaree taareeph mein.