किसी और के दीदार के लिए उठती नही ये आँखे

किसी और के दीदार के लिए उठती नही ये आँखे

किसी और के दीदार के लिए उठती नही ये आँखे…
बेईमान आँखो मे थोड़ी सी शराफ़त आज भी है...!!


Kisee aur ke deedaar ke lie uthatee nahee ye aankhe…
Beeemaan aankho me thodee see sharaafat aaj bhee hai...!!