किताब-ए-दिल में भी रखा तो ताज़गी ना गई Admin / Jul 19, 2021 किताब-ए-दिल में भी रखा तो ताज़गी ना गई किताब-ए-दिल में भी रखा तो ताज़गी ना गई, तेरे ख़याल का जलवा गुलाब जैसा है। Kitaab-e-Dil Mein Bhi Rakha Toh Tazgi Na Gayi, Tere Khayal Ka Jalwa Gulaab Jaisa Hai. Shayari Romantic Shayari