कितनी अज़ीयत है इस एहसास में

कितनी अज़ीयत है इस एहसास में

कितनी अज़ीयत है इस एहसास में,
कि मुझे तुझसे मिले बिना ही मर जाना है।


Kitni Aziyat Hai Iss Ehsaas Mein,
Ke Mujhe Tujhse Mile Bina Hi Mar Jana Hai.