कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,
यूं घुट घुट के जीने से तो मौत बेहतर है,
मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे।


Kitna Aur Dard Dega Bas Itna Bata De,
Aisa Kar Aye Khuda Meri Hasti Mita De,
Yun Ghut-Ghut Ke Jeene Se Maut Behtar Hai,
Main Kabhi Na Jagun Mujhe Aisi Neend Sula De.