काश कोई मिले मुझे इस तरह कि फिर जुद़ा ना हो

काश कोई मिले मुझे इस तरह कि फिर जुद़ा ना हो

काश कोई मिले मुझे इस तरह कि फिर जुद़ा ना हो

काश कोई मिले मुझे इस तरह कि फिर जुद़ा ना हो,
जो समझे मेरे मिजाज़ को और कभी मुझसे खफ़ा ना हो !!


Kaash koee mile mujhe is tarah ki phir judaa na ho,
Jo samajhe mere mijaaz ko aur kabhee mujhase khafa na ho !!