काफ़ी के गोरे रंग से तो बस फ़्लर्ट ही करा करते हैं लोग

काफ़ी के गोरे रंग से तो बस फ़्लर्ट ही करा करते हैं लोग

काफ़ी के गोरे रंग से तो
बस फ़्लर्ट ही करा करते
हैं लोग,

आख़िरकार मोहब्बत तो
चाय के साँवले रंग से
ही होती हैं


Kaafee ke gore rang se to
Bas flart hee kara karate
Hain log,

Aakhirakaar mohabbat to
Chaay ke saanvale rang se
Hee hotee hain