कह दूँगा साफ़ हश्र में पूछेगा गर ख़ुदा

कह दूँगा साफ़ हश्र में पूछेगा गर ख़ुदा

कह दूँगा साफ़, हश्र में पूछेगा गर ख़ुदा ;
लाखों गुनाह किए, तेरी रहमत के ज़ोर पर!


Kah doonga saaf, hashr mein poochhega gar khuda ;
Laakhon gunaah kie, teree rahamat ke zor par!