कसम से जब-जब तुम सज धज के सामने आती हो,

कसम से जब-जब तुम सज धज के सामने आती हो,

कसम से जब-जब तुम सज धज के सामने आती हो,
मई की जलती गर्मी में भी लस्सी सी ठंडक दे जाती हो !!


Kasam se jab-jab tum saj dhaj ke saamane aatee ho,
May kee jalatee garmee mein bhee lassee see thandak de jaatee ho !!