कसक अब भी उठती है होली के उस दिन की

कसक अब भी उठती है होली के उस दिन की

कसक अब भी उठती है होली के उस दिन की

कसक अब भी उठती है होली के उस दिन की !
सूखे सूखे से लौट आए थे उसे सूखा छोड़कर !!


Kasak ab bhee uthatee hai holee ke us din kee !
Sookhe sookhe se laut aae the use sookha chhodakar !!