कल लगी थी शहर में बद्दुआओं की महफ़िल

कल लगी थी शहर में बद्दुआओं की महफ़िल

कल लगी थी शहर में बद्दुआओं की महफ़िल
मेरी बरी आई तो मैंने कहा इसे भी इश्क़ हो इसे भी इश्क़ इसे भी इश्क़ हो।


Kal lagee thee shahar mein badduaon kee mahafil
Meree baree aaee to mainne kaha ise bhee ishq ho ise bhee ishq ise bhee ishq ho.