कभी चुप में कभी मेरी बात-बात में था

कभी चुप में कभी मेरी बात-बात में था

कभी चुप में कभी मेरी बात-बात में था,
तुम्हारा अक्स मेरी सारी कायनात में था,
हम अहल-ए-इश्क़ बहुत बद-गुमां होते हैं,
इसी तरह का कोई वस्फ़ तेरी जात में था।
- Noshi Gilani


Kabhi Chup Mein Kabhi Meri Baat Baat Mein Tha,
Tumhara Aks Meri Saari Qaynaat Mein Tha,
Hum Ehl-e-Ishq Bahut Bad-Guman Hote Hain,
Isee Tarah Ka Koi Vasf Teri Jaat Mein Tha.