कभी आवाज में कशिश थी कभी नजरो में नशा था

कभी आवाज में कशिश थी कभी नजरो में नशा था

कभी आवाज में कशिश थी कभी नजरो में नशा था

कभी आवाज में कशिश थी कभी नजरो में नशा था,
फिर जो तेरा असर होने लगा होश मै खोने लगा ..


Kabhee aavaaj mein kashish thee kabhee najaro mein nasha tha,
Phir jo tera asar hone laga hosh mai khone laga ..