कड़क सर्दी में जलती हुई अलाव से हो तुम

कड़क सर्दी में जलती हुई अलाव से हो तुम

कड़क सर्दी में जलती हुई अलाव से हो तुम,
आँच हद से ज़्यादा हो तो भी दूर नहीं रहा जाता।


Kadak Sardi Mein Jalti Hui Alaav Se Ho Tum,
Aanch Had Se Zyada Ho To Bhi Door Nahin Raha Jata.