और क्या चाहती है गर्दिश ए अय्याम कि हम

और क्या चाहती है गर्दिश ए अय्याम कि हम

और क्या चाहती है गर्दिश-ए-अय्याम कि हम
अपना घर भूल गए उन की गली भूल गए


Aur kya chaahatee hai gardish-e-ayyaam ki ham
Apana ghar bhool gae un kee galee bhool gae