एक सूरज था कि तारों के घराने से उठा

एक सूरज था कि तारों के घराने से उठा

एक सूरज था कि तारों के घराने से उठा,
आँख हैरान है क्या शख़्स ज़माने से उठा !!


Ek sooraj tha ki taaron ke gharaane se utha,
Aankh hairaan hai kya shakhs zamaane se utha !!