एक मंज़िल है मगर राह कई हैं Mohit / Jan 31, 2022 एक मंज़िल है मगर राह कई हैं एक मंज़िल है मगर राह कई हैं... सोचना ये है कि जाओगे किधर से पहले...!! Ek manzil hai magar raah kaee hain... Sochana ye hai ki jaoge kidhar se pahale...!! Shayari Hindi Shayari Manzil Shayari