एक धोके से हिल भी जाती है जमीन ऐतबार की साहिब

एक धोके से हिल भी जाती है जमीन ऐतबार की साहिब

एक धोके से हिल भी जाती है, जमीन ऐतबार की साहिब...
ज़िन्दगी तबाह करने के लिए भूकंप आए जरूरी नहीं...!


Ek dhoke se hil bhee jaatee hai, jameen aitabaar kee saahib...
Zindagee tabaah karane ke lie bhookamp aae jarooree nahin...!