उसी को हम जहाँ में रहरवे-कामिल समझते हैं

उसी को हम जहाँ में रहरवे-कामिल समझते हैं

उसी को हम जहाँ में रहरवे-कामिल समझते हैं,
जो हस्ती को सफर और कब्र को मंजिल समझते हैं।


Usee Ko Hum Jahaan Mein RahRave-Kamil Samjhte Hain,
Jo Hasti Ko Safar Aur Qabr Ko Manzil Samjhte Hain.