उजालो में रह कर अंधेरा माँगता हूँ

उजालो में रह कर अंधेरा माँगता हूँ

उजालो में रह कर अंधेरा माँगता हूँ

उजालो में रह कर अंधेरा माँगता हूँ,
रात की चाँदनी से सवेरा माँगता हूँ,
दौलत शोहरत की नही ज़रूरत,
मैं तो हर सांस मे तेरा बसेरा माँगता हूँ!!


Ujaalo mein rah kar andhera maangata hoon,
Raat kee chaandanee se savera maangata hoon,
Daulat shoharat kee nahee zaroorat,
Main to har saans me tera basera maangata hoon!!