उँगलियाँ ही निभा रही हैं मोबाइल पे रिश्तों को आजकल

उँगलियाँ ही निभा रही हैं मोबाइल पे रिश्तों को आजकल

उँगलियाँ ही निभा रही हैं मोबाइल पे रिश्तों को आजकल...
ज़ुबाँ को अब निभाने में बड़ी तक़लीफ़ होती है...


Ungaliyaan hee nibha rahee hain mobail pe rishton ko aajakal...
Zubaan ko ab nibhaane mein badee taqaleef hotee hai...