ईद हो या हो दिवाली बस खुशियों से मनाना

ईद हो या हो दिवाली बस खुशियों से मनाना

ईद हो या हो दिवाली बस खुशियों से मनाना

ये रोशनी का पर्व है दीप तुम जलाना;
जो हर दिल को अच्छा लगे ऐसा गीत तुम गाना;
दुःख दर्द सारे भूलकर सबको गले लगाना;
ईद हो या हो दिवाली बस खुशियों से मनाना।


Ye roshanee ka parv hai deep tum jalaana;
Jo har dil ko achchha lage aisa geet tum gaana;
Duhkh dard saare bhoolakar sabako gale lagaana;
Eed ho ya ho divaalee bas khushiyon se manaana.