इस दौर में इंसान का चेहरा नहीं मिलता Admin / Jan 31, 2022 इस दौर में इंसान का चेहरा नहीं मिलता इस दौर में इंसान का चेहरा नहीं मिलता कब से मैं नक़ाबों की तहें खोल रहा हूँ..... Is daur mein insaan ka chehara nahin milata Kab se main naqaabon kee tahen khol raha hoon..... Shayari Chehara Shayari Insaan Shayari Sad Shayari