इस दुनिया ने मेरी वफ़ा का कितना ऊँचा मोल दिया

इस दुनिया ने मेरी वफ़ा का कितना ऊँचा मोल दिया

इस दुनिया ने मेरी वफ़ा का कितना ऊँचा मोल दिया
बातों के तेजाब में, मेरे मन का अमृत घोल दिया

जब भी कोई इनाम मिला हैं, मेरा नाम तक भूल गए
जब भी कोई इलज़ाम लगा हैं, मुझ पर लाकर ढोल दिया


Is duniya ne meri wafa ka kitna ooncha mol diya
Baaton ke Tezab me, mere man ka amrat ghol diya

Jab bhi koi inam mila hai, mera naam tak bhul gaye
Jab bhi koi ilzam laga hai, mujh par lakar dhol diya