इश्क ने गूथें थे जो गजरे नुकीले हो गए

इश्क ने गूथें थे जो गजरे नुकीले हो गए

इश्क ने गूथें थे जो गजरे नुकीले हो गए

इश्क ने गूथें थे जो गजरे नुकीले हो गए
तेरे हाथों में तो ये कंगन भी ढीले हो गए

फूल बेचारे अकेले रह गए है शाख पर
गाँव की सब तितलियों के हाथ पीले हो गए


Ishq ne goothe the jo gajre nukile ho gaye
Tere haathon me to ye kangan bhi dheele ho gaye

Phool bechare akele rah gaye hain shaakh par
Gaonv ki sab titaliyon ke haath peele ho gaye