इश्क तो करता है हर कोई

इश्क तो करता है हर कोई

इश्क तो करता है हर कोई

इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पे तो मरता है हर कोई
कभी वतन को महबूब बना के देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई


Ishq to karata hai har koi,
Mahaboob pe to marta hai har koi !!
Kabhi watan ko mahboob bana ke dekho,
Tujh pe marega har koi !!