इल्ज़ाम तो हर हाल में काँटों पे ही लगेगा

इल्ज़ाम तो हर हाल में काँटों पे ही लगेगा

इल्ज़ाम तो हर हाल में काँटों पे ही लगेगा,
ये सोचकर अक्सर फूल भी चुपचाप ज़ख्म दे जातें हैं !


Ilzaam to har haal mein kaanton pe hee lagega,
Ye sochakar aksar phool bhee chupachaap zakhm de jaaten hain !