इलाज की नहीं हाजत दिल ओ जिगर के लिए

इलाज की नहीं हाजत दिल ओ जिगर के लिए

इलाज की नहीं हाजत दिल-ओ-जिगर के लिए
बस इक नज़र तेरी काफ़ी है उम्र-भर के लिए
- मुनव्वर बदायुनी


Ilaaj kee nahin haajat dil-o-jigar ke lie
Bas ik nazar teree kaafee hai umr-bhar ke lie
- munavvar badaayunee