इन्हीं गम की घटाओं से खुशी का चांद निकलेगा

इन्हीं गम की घटाओं से खुशी का चांद निकलेगा

इन्हीं गम की घटाओं से खुशी का चांद निकलेगा,
अंधेरी रात के पर्दों में दिन की रौशनी भी है।


Inhin Gam Ki Ghataaon Se Khushi Ka Chaand Niklega,
Andheri Raat Ke Pardon Mein Din Ki Roshni Bhi Hai.