इधर तेरी शादी की शहनाई बजेगी

इधर तेरी शादी की शहनाई बजेगी

इधर तेरी शादी की शहनाई बजेगी
दूर कही मेरी मेरी चिता जलेगी
तेरी तस्वीर मेरी रूह में बसेगी
तेरी बेवफाई का न कोई जिक्र उठेगा
उठेगा इस जहाँ से तो मेरा जनाज़ा उठेगा ।।


Idhar teree shaadee kee shahanaee bajegee
Door kahee meree meree chita jalegee
Teree tasveer meree rooh mein basegee
Teree bevaphaee ka na koee jikr uthega
Uthega is jahaan se to mera janaaza uthega ..