इतनी मिलती है मेरी ग़ज़लों से सूरत तेरी

इतनी मिलती है मेरी ग़ज़लों से सूरत तेरी

इतनी मिलती है मेरी ग़ज़लों से सूरत तेरी

इतनी मिलती है मेरी ग़ज़लों से सूरत तेरी,
लोग तुझको मेरा महबूब समझते होंगे !!


Itanee milatee hai meree gazalon se soorat teree,
Log tujhako mera mahaboob samajhate honge !!