इंतजार तो किसी का भी नहीं अब

इंतजार तो किसी का भी नहीं अब

इंतजार तो किसी का भी नहीं अब,
फिर जाने क्यों पीछे पलट कर देखने की आदत गई नहीं...!


Intajaar to kisee ka bhee nahin ab,
Phir jaane kyon peechhe palat kar dekhane kee aadat gaee nahin...!