आज एक महबूबा से फिर बेवफ़ाई हुई है

आज एक महबूबा से फिर बेवफ़ाई हुई है

आज एक 'महबूबा' से फिर बेवफ़ाई हुई है ,
नफ़रत की राजनीति धराशायी हुई है !
इस रुसवाई पर यारों आँसू ना बहाना,
ये हमारे कश्मीर के लिए अच्छाई हुई है!


Aaj ek mahabooba se phir bevafaee huee hai ,
Nafarat kee raajaneeti dharaashaayee huee hai !
Is rusavaee par yaaron aansoo na bahaana,
Ye hamaare kashmeer ke lie achchhaee huee hai!