आँसू जानते हैं कौन अपना है तभी अपनों के आगे निकलते हैं

आँसू जानते हैं कौन अपना है तभी अपनों के आगे निकलते हैं

आँसू जानते हैं कौन अपना है तभी अपनों के आगे निकलते हैं
मुस्कुराहट का क्या है ग़ैरों से भी वफ़ा कर लेती है...!!


Aansoo jaanate hain kaun apana hai tabhee apanon ke aage nikalate hain
Muskuraahat ka kya hai gairon se bhee vafa kar letee hai...!!