आ के मेरी साँसों में बिखर जाओ तो अच्छा होगा

आ के मेरी साँसों में बिखर जाओ तो अच्छा होगा

आ के मेरी साँसों में बिखर जाओ तो अच्छा होगा,
बन के रूह मेरे जिस्म में उतर जाओ तो अच्छा होगा,
किसी रात तेरी गोद में सिर रख के सो जाऊं,
फिर उस रात की कभी सुबह ना हो तो अच्छा होगा।


Aa Ke Meri Sanson Mein Bikhar Jao To Achchha Hoga,
Ban Ke Rooh Mere Jism Mein Utar Jao To Achchha Hoga,
Kisi Raat Teri God Mein Sir Rakh Ke So Jaaun,
Phir Us Raat Ki Kabhi Subah Na Ho To Achchha Hoga.