अलफ़ाज़ चुराने की जरूरत ही न पड़ी कभी

अलफ़ाज़ चुराने की जरूरत ही न पड़ी कभी

अलफ़ाज़ चुराने की जरूरत ही न पड़ी कभी
तेरे बे-हिसाब ख्यालों ने बे-तहाशा लफ्ज़ दिए !!


Alafaaz churaane kee jaroorat hee na padee kabhee
Tere be-hisaab khyaalon ne be-tahaasha laphz die !!