अभी जिन्दा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ खल्वत में Neha / May 30, 2021 अभी जिन्दा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ खल्वत में अभी जिन्दा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ खल्वत में कि अब तक किस तमन्ना के सहारे जी लिया मैंने !! (खल्वत – एकान्त, तन्हाई, जहाँ कोई दूसरा न हो) Abhi zinda hun lekin sochta rehata hun khalwat mein Ki ab tak kis tamnna ke sahaare jee liya maine Shayari Haar Shayari Heart Touching Shayari Man Shayari Soch Shayari Tamanna Shayari Tanha Shayari Tanhai Shayari Zinda Shayari