अभी जिन्दा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ खल्वत में

अभी जिन्दा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ खल्वत में

अभी जिन्दा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ खल्वत में
कि अब तक किस तमन्ना के सहारे जी लिया मैंने !!

(खल्वत – एकान्त, तन्हाई, जहाँ कोई दूसरा न हो)


Abhi zinda hun lekin sochta rehata hun khalwat mein
Ki ab tak kis tamnna ke sahaare jee liya maine