अब दर्द उठा है तो गज़ल भी है जरूरी

अब दर्द उठा है तो गज़ल भी है जरूरी

अब दर्द उठा है तो गज़ल भी है जरूरी,
पहले भी हुआ करता था इस बार बहुत है।


Ab Dard Uthha Hai Toh Ghazal Bhi Hai Jaroori,
Pehle Bhi Hua Karta Tha Iss Baar Bahut Hai.