अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर

अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर

अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर

अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर,
अंधेरों में तुम तो मिल जाते हो, साया नहीं मिलता……


Apane saayen se bhee zayaada yakeen hai mujhe tum par,
Andheron mein tum to mil jaate ho, saaya nahin milata……