अपनी मंज़िल पे पहुँचना भी खड़े रहना भी

अपनी मंज़िल पे पहुँचना भी खड़े रहना भी

अपनी मंज़िल पे पहुँचना भी खड़े रहना भी
कितना मुश्किल है बड़े हो के बड़े रहना भी


Apanee manzil pe pahunchana bhee khade rahana bhee
Kitana mushkil hai bade ho ke bade rahana bhee