अपनी नज़रों को सम्भाल ए इब्ने आदम Pradeep / Jan 31, 2022 अपनी नज़रों को सम्भाल ए इब्ने आदम अपनी नज़रों को सम्भाल ए-इब्ने-आदम, हर ज़रूरतमंद औरत बदचलन नहीं होती। Apanee nazaron ko sambhaal e-ibne-aadam, Har zarooratamand aurat badachalan nahin hotee. Shayari 2 Line Shayari Aurat Shayari Dum Shayari