अपनी तस्वीर को आँखों से लगाता क्या है,
एक नज़र मेरी तरफ देख तेरा जाता क्या है,
मेरी बर्बादी में तू भी है बराबर का शामिल,
मेरे किस्से तू गैरों को सुनाता क्या है।
Apni Tasbir Ko Aankhon Se Lagata Kya Hai,
Ek Najar Meri Taraf Dekh Tera Jata Kya Hai,
Meri Barbadi Mein Tu Bhi Hai Barabar Ka Shamil,
Mere Kisse Tu Gairo Ko Sunata Kya Hai.