अपना अपना ज़ायका है ग़ालिब Admin / Jun 25, 2021 अपना अपना ज़ायका है ग़ालिब अपना अपना ज़ायका है ग़ालिब किसी को पैग मार के नींद आती है किसी को Muutthh मार के Apna Apna Zayaka Hai Ghalib Kisi Ko Peg Maar Ke Neend Aati Hai Kisi Ko Muutthh Maar Ke Shayari Gaali Shayari