अधूरा ही रह जाता है हर अल्फाज

अधूरा ही रह जाता है हर अल्फाज

अधूरा ही रह जाता है हर अल्फाज,
मेरी शायरी का तेरे अहसास की खुश्बू के बिना।


Adhoora hee rah jaata hai har alphaaj,
Meree shaayaree ka tere ahasaas kee khushboo ke bina.