अदब की मांग थी तहज़ीब ने झुकाया था

अदब की मांग थी तहज़ीब ने झुकाया था

अदब की मांग थी, तहज़ीब ने झुकाया था;
गुमां न रखना कि, तुमने मुझे हराया था!


Adab kee maang thee, tahazeeb ne jhukaaya tha;
Gumaan na rakhana ki, tumane mujhe haraaya tha!