अजीब है इन्सान की शख़्सियत यारो

अजीब है इन्सान की शख़्सियत यारो

अजीब है इन्सान की शख़्सियत यारो,
हवस ख़ुद की उठती है "तवायफ़" उसे बोलता है ।


Ajeeb hai insaan kee shakhsiyat yaaro,
Havas khud kee uthatee hai "tavaayaf" use bolata hai .